गुरुवार, 11 जनवरी 2018

अखिल भारतीय कवि सम्मेलन , सतना

साथियो नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
**********************
बेहद यादगार रहेगा यह वर्ष ।गत दिनो विंध्य व्यापार मेला सतना मे संपन्न अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मे अपनी सतना की माटी नागॊद के प्रख्यात हास्यवकवि भाई अशोक सुंदरानी जी के संयोजन मे पधारे राजस्थान के ओज के सशक्त मंचीय कवि अशोक चारण राजधानी भोपाल के प्रसिद्ध हास्य कवि जलाल मयकश अपनी माटी बघेली के प्रसिद्ध वरिष्ठ एव हम सबके प्रेरणास्रोत आदरणीय बाबूलाल दाहिया,जबलपुर की कवियत्री श्रीमति अर्चना अर्चन,श्रंगार रस की कवियित्री नॆनीताल उत्तराखण्ड से पधारी छोटी बहन  गॊरी मिश्रा नागपुर से पधारे हास्य कवि अंतू झक्कास सहित राज्यमंत्री दर्ज़ा प्राप्त मध्य प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य आदरणीय लक्ष्मी यादव जी के काव्यरस मे डूबी रजनी के मध्य रात्रि ठीक बारह बजे जॆसे ही वक्त की घडी की सुई ने नव वर्ष का आगाज किया।पूरा मंच शुभकामनाओ से गूज उठा।केके काट कर धूम धाम से विगत को अलविदा एवं आगत का ढोल नगाडो से आगाज किया गया।

वास्तव मे ऎसे पल जिंदगी के अविस्मरणीय पल होते है।देश के कोने कोने से पधारे सभी कवियो का सादर आभार।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपने विंध्य के गांव

बघेली कविता  अपने विंध्य के गांव भाई चारा साहुत बिरबा, अपनापन के भाव। केतने सुंदर केतने निकहे अपने विंध्य के गांव। छाधी खपड़ा माटी के घर,सुं...