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गुरुवार, 14 मई 2020

कविता ... कोरोना को हराना है ~ प्रियांशु कुशवाहा प्रिय


कविता

( कोरोना को हराना है...) 

हमको खुद भी बचना है और, हिंदुस्तान बचाना है।
इस मुश्किल के दौर में मिलकर, कोरोना को हराना है।

इंसाँ की ही गलती है ये, इंसाँ ने ही बुलाया है।
सारी दुनियाँ सोच रही है, कैसा वायरस आया है ?
इसका कोई इलाज़ नहीं है, और न कोई दवाई है।
सोचो कैसे जीते दुनियाँ, कैसी नौबत आई है ?
सबसे पहली बात ये मानों, घर के बाहर मत जाओ।
रखो सफाई आसपास तुम, यही सभी को बतलाओ।
सैनेटाइजर, मास्क जरूरी, रखना अपने साथ।
मुख ढकने की आदत डालो, धो लो दोनों हाथ।
सामाजिक दूरी बहुत जरूरी, इसको भी अपनाना है।
इस मुश्किल के दौर में मिलकर, कोरोना को हराना है।

बच्चों और बुजुर्गों का भी रखना बेहद ध्यान,
इनसे ही घर, घर लगता है, ये ही हैं भगवान।
दर्द, बुखार और सूखी खाँसी गर ये सब हो जाए,
तकलीफ रहे जो सीने में और साँस फूलती जाए।
तुरत डाक्टर को दिखवाना, न करना बिल्कुल देरी,
झार फूक के चक्कर में, हो जाए न हेरा-फेरी।
गरीब और असहायों की भी रक्षा बहुत जरूरी है,
उसके पहले याद रखो, सुरक्षा बहुत जरूरी है।
सकारात्मक रहना सबको, नहीं कभी घबड़ाना है,
इस मुश्किल के दौर में मिलकर, कोरोना को हराना है।


©® प्रियांशु "प्रिय"

गुरुवार, 7 मई 2020

कोरोना से बचाव के उपाय एवं हमारी भूमिका

कोरोना से बचाव के उपाय एवं हमारी भूमिका

प्रस्तावना ... 


विश्व के सभी देशों के पास अपनी अलग अलग ऐसी प्रतिभाएं हैं। जिससे वे स्वयं को दूसरे देशों से अलग साबित करता है। वह किसी भी क्षेत्र में हो सकती हैं जिनमें विज्ञान, खेलकूद , साहित्य , चिकित्सा इत्यादि हैं। प्रत्येक देशों के पास अपनी ऐसी प्रतिभाएं, उपकरण या कुछ ऐसा अलग है, जिससे वह स्वयं को वैश्विक पटल पर रखने हेतु कारगर है । भारत भी पूरे विश्व में अपनी अलग छवि बना चुका है। साथ ही दिन प्रतिदिन हिंदुस्तान में नित्य नए अविष्कार के साथ साथ  नई नई प्रतिभाएँ जन्म लेती है। परंतु भारत ही नहीं अपितु समूचे विश्व में कभी ना कभी कोई ऐसी समस्या का जन्म हो जाता है, जिससे पूरे देश को एक साथ लड़ना पड़ता है। परंतु जब इन समस्याओं का निर्माता स्वयं मनुष्य हो तब इसे वैश्विक होने से कोई नहीं रोक सकता है।

COVID-19 ( कोरोना वायरस ) ... 


इन दिनों ठीक ऐसी ही एक घातक महामारी *कोरोना* पूरे विश्व में कोहराम मचा रही। यह सार्वदेशिक रोग एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में बड़ी ही तेजी से फैलता है। कोरोना वायरस एक प्राणघातक वायरस है । स्वयं को इससे दूर रखना या स्वयं को इससे बचाना ही सबसे बड़ी दवाई है। खबरों के अनुसार जानने पर यह पता चलता है कि यह महामारी चीन के वुहान शहर से शुरू हुई थी और शीघ्र ही मात्र 3 महीनों के भीतर इसने भारत सहित लगभग पूरे विश्व को अपने कब्जे में ले लिया।

 कोरोना वायरस के लक्षण... 

इस सार्वदेशिक रोग के लक्षण मामूली से रहते हैं। जिससे रोगी को पहचानना भी काफी मुश्किल होता है। परंतु इस बीमारी के आम लक्षण सूखी खांसी , बुखार, थकान ही हैं और ज्यादातर गंभीर मामलों में सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

कोरोना से बचाव के उपाय...

पूरी दुनिया में फैले इस वायरस से अब तक लगभग 3 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। साथ ही 37 लाख से ज्यादा संक्रमित भी हैं। पूरी दुनिया की चिकित्सा पद्धति भी इसका पुख्ता इलाज नहीं खोज पा रही है और जो खबरें आ रही हैं उनसे पता चलता है कि इससे दवा बनने में लगभग 6 से 7 महीने का समय लग सकता है तब तक हमें स्वयं ही इससे बचना होगा जो कि बेहद आसान है आइए हम निम्न बिंदुओं से जानते हैं इससे बचने के उपाय :-
1. इससे बचने के लिए सामाजिक दूरी अपनाना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
2. स्वयं की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु पौष्टिक आहार लेना बेहद आवश्यक है।
3. बिना आवश्यकता के हमें घर से बाहर नहीं निकलना है ।
4. हमें शौच के बाद और खाना खाने से पहले अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से नियमानुसार धोना है।
5.अगर अति आवश्यक कार्य से बाहर जाना पड़ रहा है तो मास्क लगाकर और सैनिटाइजर लेकर ही घरों से बाहर निकले।
6. खाँसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना बेहद आवश्यक है।
7. हमें बीमार व्यक्ति के नज़दीक जाने से बचना है ।
8. बिना हाथ धोए अपने नाक, मुंह, को ना छुएँ।
9.खांसी बुखार और सांस लेने में तकलीफ हो तो जल्द से जल्द चिकित्सक के पास जाएं।
10. अपने आसपास हमेशा साफ-सफाई रखकर ही हम इस महामारी से निजात पा सकते हैं।

हमारी महत्त्वपूर्ण भूमिका...

इस महामारी से लड़ने के उपाय बेहद आसान हैं। परंतु हमें यह अवश्य ज्ञात होना चाहिए कि एक वह वर्ग भी है जो अपनी जान दाव पर लगाकार चौबीसों घंटे हमारी सेवा में लगा रहता है। निश्चित रूप से वह ईश्वर का ही दूसरा रूप है जो हरपल, हरवक्त हमारी हर संभव मदद कर रहे हैं। भारत का एक शिक्षित और जागरूक युवा होने पर हमारी भी यह जिम्मेंदारी बनती है कि स्वास्थ विभाग और सरकार द्वारा बताए गए नियमों का पालन करके उन असहाय लोगों तक पहुँचें और अपनी क्षमता अनुसार उनकी मदद करें साथ ही लोगों को इससे बचने के उपाय बताकर यह भी बतलाएँ कि हम सदैव सकारात्मक रहकर भी अपनी प्रतिरोधक क्षमता को जीवंत कर सकते है जो न सिर्फ कोरोना अपितु हर एक बीमारी से लड़ने हेतु बेहद आवश्यक है।


©® प्रियांशु  कुशवाहा " प्रिय "







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बघेली क‍विता दादू खड़े चुनाव मा       कर्मठ और जुझारु नेता,             बिकन रहे हें दारु नेता। एक बोतल सीसी बहुँकामैं,            बोट खरीदै...