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नई पुतउ के कहानी
नई पुतउ के कहानी किन्हौ गोड़ पिरात है इनखर किन्हौ मूड़ पिराय। किन्हौ चढ़ी बोखार है इनही,खानौ तक न खाय। सास सकेलै काम घरे के,दस्स बजे तक स...
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बघेली के महाकवि स्वर्गीय श्री सैफुद्दीन सिद्दीकी ''सैफू'' जी का जन्म अमरपाटन तहसील के ग्राम रामनगर जिला सतना ( मध्य प्रदेश...
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बघेली कविता ~ ( उनखे सरपंची मा ) केतना विकास भा उनखे सरपंची मा,, मनई उदास भा उनखे सरपंची मा,, गोरुआ अऊ बरदन का भूखे सोबायन,, हम...
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कविता _ ( किसान ) अंधियारों को चीर रोशनी को जिसने दिखलाया है। और स्वंय घर पर अपने वह लिए अंधेरा आया है। जिसके होने से धरती का मन पावन...